वाइट लेबल और एपीआई के बीच में क्या अंतर है ! अधिकांश समय लोग ट्रेवल टेक्नोलॉजी कंपनी के तकनीकी शब्दजाल के बीच भ्रमित होते हैं और वे ट्रेवल पोर्टल बनवाने के लिए निर्णय नहीं ले पाते हैं। यह आलेख व्हाइट लेबल सलूशन और एपीआई के बीच के अंतर को साफ करने में आपकी मदद करेगा। इस आलेख में हम नीचे दिए गए निम्न शीर्षकों पर आपको विस्तार से बताएंगे !
हमें वाइट लेबल या एपीआई में से क्या लेना चाहिए ?
यह एक ऐसा सवाल है जो सबसे ज्यादा पूछा जाता है , यदि अभी आप स्टार्टअप है या ऑनलाइन ट्रेवल पोर्टल के बिज़नेस को परखना चाहते है, तो आप वाइट लेबल सलूशन को चुन सकते है क्यूंकि यह एपीआई के मुकाबले बहुत सस्ता होता है ! आप काम पैसे लगा के इस बिज़नेस को परख सकते है या यूँ कहे की आप ऑनलाइन बिज़नेस को सीख सकते है, अभी तक आपने अपने रिटेल ऑफिस में बैठ के अपनी ट्रेवल की सेवाएं प्रदान की है, ध्यान रखिये रिटेल ऑफिस में बैठ के सर्विसेज देना और ऑनलाइन देना दोनों मैं बहुत अंतर होता है !
अब हम व्हाइट लेबल सलूशन और एपीआई इंटीग्रेशन के बीच अंतर को देखेंगे , उनके बीच अंतर जानने के लिए पहले हमें उनके बारे में थोड़ी समझ होनी चाहिए। कृपया लिंक्ड वाइट लेबल सलूशन और एपीआई इंटीग्रेशन के बारे में विवरण देखें। इन लेखों को देखने के बाद आप इन अंतर को आसानी से समझ सकते है !
वाइट लेबल और एपीआई के बीच में क्या अंतर है ! जानिए विस्तार से क्या होता है वाइट लेबल ट्रेवल पोर्टल डेवेलोपमेंट और एपीआई integration
आधार | वाइट लेबल सलूशन | एपीआई इंटीग्रेशन |
कैसे काम करता है | यह एक SaaS Model होता है यानी की अगर इसे आसान शब्दों में कहे तो एक ऐसा प्रोडक्ट जो कॉमन सबके लिए एक ही बनाया गया बस हम टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके आपकी ब्रांडिंग और आपके डोमेन के नाम पर बना देते है इसके अपने कुछ फायदे भी है और नुक्सान भी ! | यह SaaS Model पर भी हो सकता है और आप चाहे तो इसे अपने अनुसार कोई भी फंक्शनलिटी के साथ इसे बनवा सकते है यह पूरी तरह से customizable होता है ! |
Additional development | वाइट लेबल सलूशन में कोई भी अतिरिक्त या आपके के अनुसार फंक्शनलिटी नहीं बनायीं जाती, आप केवल अपने अनुसार कोई भी डिज़ाइन होम पेज पर करा सकते है अंदर के सभी चीज़े कॉमन होती है ब्रांडिंग के लिए logo header footer आपका होता है, इसके अलावा जो आपको डेमो दिखाने के वक़्त फंक्शनलिटी बताई जाती है वह सब इसमे होता है ! | एपीआई इंटीग्रेशन में आप कोई भी फंक्शनलिटी अपने अनुसार बनवा सकते है यह पूरी तरह से customizable होता है ! |
कीमत | वाइट लेबल सलूशन बहुत सस्ता होता है क्यूंकि इसे कंपनी को मेन्टेन करने में आसानी होती है और जितने भी एजेंट वेबसाइट लेते है उन सब में इसकी कीमत डिवाइड हो जाती है ! | एपीआई इंटीग्रेशन लगभग 4 से 5 गुना महंगा पड़ता है क्यूंकि इसमे एपीआई की कीमत अलग से लगती है और और वेबसाइट बनवाने की कीमत अलग से और ये कहना भी मुश्किल है की यह सिर्फ 4 या 5 गुना महंगी होगी, इसकी कीमत पूरी तरह से आपके फंक्शनलिटी और customization पर निर्भर करती है ! |
समय सीमा | यह केवल 3 से 4 दिन में बन जाता है ! | इसे बनने में 15 से 20 दिन या उससे ऊपर भी लग सकता है यह आप के फंक्शनलिटी बनवाने के ऊपर निर्भर करती है ! |
किसे लेना चाहिए | जो लोग स्टार्टअप है या इस ऑनलाइन बिज़नेस को परखना चाहते है ! | जो लोग ट्रेवल ट्रेड में बहुत पुराने है और ऑफलाइन से ऑनलाइन में अपने बिज़नेस को आगे और ऊंचाइयों पर ले जाना चाहते है ! |
Resources | इसमें आपको एपीआई या SMS मंथली मेंटेनन्स का कोई खर्चा नहीं होता है बहुत मामूली सा इयरली मैंटेननस होता है ! | इसमे आपको एपीआई, SMS Transactional Emails paid images sअबका खर्चा अलग आता है और आपको प्रोवाइड करना पड़ता है ! |
यदि आपके के पास वाइट लेबल सोलुशन या एपीआई इंटीग्रेशन के बारे में और कोई सवाल है या आप कुछ जानना चाहते है तो आप हमसे संपर्क कर सकते है या नीचे कमेंट करके भी पूछ सकते है ! यह लेख आपको कैसा लगा कृपया हमें बताये !